Manifesto
मुद्दा नया नहीं है सभी की दिनचर्या का हिस्सा है लेकिन ना ही कोई राजनीतिक दल और ना ही आप और हम इस पर गंभीर है और ये मुद्दा है तम्बाकू ,गुटखा, भांग, गाजा, सिगरेट,बीड़ी आदि नशीले पदार्थो से होने वाली कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से होने वाली निरर्थक मौतों का जिसको आज हर कोई इग्नोर कर दे रहा है । कोई भी राजनीतिक दल इसको अपना चुनावी मुद्दा नहीं बना रहे है ना ही इस पर लोग कुछ बोल रहे है आज परिवार के ३ सदस्य में से हर एक व्यक्ति इन नसीले पदार्थो का सेवन कर रहा है और naye-naye समस्यायों को जन्म दे रहा है जिससे हृदय रोग ,कैंसर, उच्च रक्तचाप आदि बीमारियों का सामना कर रहा है लेकिन सरकार भी चुप है लोग भी चुप है लेकिन ये मुद्दे आपके घर ,समाज, आपके आस पास ही घटित हो रहे है। एक सरकारी आंकड़े के अनुसार भारत में मुख का कैंसर सर्वाधिक है जिसका मुख्य कारण गुटखा खाना है। सरकार भी जानती है लेकिन इस पर कोई प्रतिबंध नहीं कर रही है लोग मनमनी तरीके इसका सेवन कर रहे है । क्या सिनेमा हाल में मूवी सुरु होने से पहले एड चलाने से लोग सेवन करना छोड़ देंगे?? या इस पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए?