Manifesto
मेरी तरफ से आज़तक कि टीम को नमस्कर जिन्होने हम युवाओ को यह मौका दिया इस माध्यम से मैं अपनी बात को भारत के 1.30 करोड़ देशबासियों तक पंहुचा सकता हूँ सर्वप्रथम मैं अपनी बात को आरक्षण से शुरू कर रहा हूँ यहाँ हमारी युवा पीड़ी का आरक्षण के नाम शोषण हो रहा है आरक्षण की शरूबात पिछड़े वर्ग और अनसूचित जाती और जनजाति को समान्य वर्ग और उनका पिछड़ापन दूर करने के लिए की गई थी मैं मानता हूँ अनसूचित जाती और जनजाति के लिए आरक्षण जरुरी है परंतु यहाँ युवा पीढ़ी का शोषण क्यों किया जा रहा है एग्जाम में या जॉब में जहाँ जनरल वर्ग को 80% से 94 % के बीच मार्क्स लाने पर भी दाखिला नहीं मिलता वही अनसूचित जाती और जनजाति को 35% से 40 % पर भी दाखिला और जॉब प्राप्त हो होती है मैं आप सभी से ये पूछना चाहता हूँ कि किसी उच्च पद जैसे डॉक्टर इंजीनियर आदि अतरिक्त पद के नामांकन के लिए 95% बाले विद्यार्थी अधिक सक्षम है या 35% से 40% बाले विद्यार्थी अधिक सछम है जब हम विद्यार्थियों के स्कूल समान है टीचर समान है और फिर ये भेदभाव क्यों??????????????????