Manifesto
१.जनता ही सरकार चुनती है और जनता ही सबसे ज़्यादा लूटती है। केंद्रीय मंत्री को भी जनता के सामने लाकर जवाब देह बनाएंगे। बंगले में बैठकर जनता की सेवा नही की जा सकती। हफ़्ते में 5 दिनमंत्रियों को क्षेत्र में जाकर समस्याए सुनने वाला क़ानून लाएंगे। 2.सरकारी अधिकारियों से जनता ऐसे डरती है जैसे बाज़ से चिड़िया। सरकारी कर्मचारियों को पूरी तरह जनसेवक बनाएंगे। जनता के दिल से अधिकारियों का डर निकलेंगे। 3.पुलिस महकमें मैं व्याप्त रिश्वतख़ोरी को खत्म व थाना स्तर पर न्यायधीशों को लाएंगे,जिससे थाना स्तर पर ही हल्के वाद विवादों को निपटारा हो सके और मज़लूम अदालत के चक्कर काटने से बच सके व न्यायलय का बोझ भी कम हो। 4.ज़िला स्तर पर इंडस्ट्रीज़ का व्यापिकर्ण होना चाहये,व नॉकरी के तमाम अवसर गांव वालों और कस्बे के युवाओं को उनके ज़िले में ही उपलब्ध होने चाहये,ताकि शहरों की और प्रवास न करना पड़े। 5. प्राइमरी शिक्षा की तरह उच्च शिक्षा का खर्च भी सरकार को उठाना चाहये। कोई पढ़ लिखता है तो देश तरक़्क़ी करता है फ़िर देश की तरक़्क़ी का बिझ अकेले युवा के कंधे पर क्यों,देश को सपोर्ट भी तो करनी चाहये युवा की। 6.बाज़ार में मौजूद चीज़ों का मूल्य,गरीब लोगों के लिए कम करेंगे और अमीर लोगो से,उदाहरण- एक अमीर आदमी भी पेट्रोल के 80 रुपये दे और गरीब भी 80 रुपये जबकि अमीर एक मिनट में 80 रुपये कमा लेता है और अमीर एक घण्टे में। फ़िर जब दोनों बाज़ार जाएं तो चीज़े समान मूल्य पर खरीदे। इनकम समान हो तो समझ में आता है। इत्यादि