Manifesto
राजनीतिक सिद्धांत -हमारी राजनीती moderate (मध्यम वर्गीय) होगी,जिसमे राष्ट्र सर्वोपरि होगा। कड़ा रुख-विभिन्न पार्टियों के द्वारा दिये गये उनके manifesto का कम से कम 75% काम (5 साल के भीतर) तो होना ही चाहिये,के लिये संसद मे विधेयक पारित करवाना। चुनावी सुधार- आज कल चल रहे चुनाव मे विकास को छोड़ धर्म और जाति के आधार पर वोट मांगने और लोगो को बर्गलाने की इस राजनीति पर कड़ा प्रहार ।लोकसभा तथा विधानसभा का चुनाव एक ही बार मे हो,इससे सरकारी कोश का खर्च कम होगा। इसपर बल दिया जाये की कोई भी सरकार,संविधान की स्वतंत्र निकायों के कार्यों मे किसी भी तरीके का कोई हस्तक्षेप ना करें। कश्मीर मुद्दा-ARTICLE 370 और 35A को जल्द से जल्द खत्म करने के लिये कानुनी उपाय तथा हुर्यत confrence और अलगाववादी नेताओ की सुरक्षा को छोड़ नजरबंद करना। कृषि क्षेत्र -किसानो का कर्ज माफी ये अल्पकालिक राहत है नाकि समस्या का पुर्ण समाधान ,इसके लिये कोई बेहतर विकल्प की खोज। रोजगार- जनता को 6000 और 72000 रुपय दे कर उन्हे निक्कमा बनाना से अच्छा उन्हे इस budget के द्वारा बेहतर रोजगार का अवसर देना । पर्यावरणीय दृस्टिकोण-बढ़ते तापमान, जलवायु परिवर्तन को देखते हुये और महत्मा गाँधी जी के "स्वच्छ भारत स्वस्थ्य भारत" सपने को सार्थक बनाते हुये लोगो मे जागरुकता बढ़ाना ,ये अपने आप मे एक अहम मुद्दा है। आंतरिक संकट-माओवादी और नक्सलवादियो से लड़ाई के अलावा उनसे बात चित कर बिच का रास्ता निकाल,उनके जिवन मे शिक्षा और स्वाथ्य को उनके परिवार तक पहुचाया जाये । समानता- सरकारी कर्मचारियो के पदोन्नोती को आरक्षण से मुक्त करना चाहिये,ताकी इनका आपसी लगाव बना रहे। आन्त्योदीक मुद्दा-सड़क,पानी,बिजली को देश के अन्त्योदय तक पहुचाना । कानुनी सुधार- कानुन को सरल तथा सस्ता बनाना ताकी आम जनता वकिलो के चक्की मे ना पिसे। शैक्षणिक सुधार - सरकारी विधालयो को दुरुस्त तथा बढ़ती छात्रो की संख्या को देखतें हुये , महविधालय और universities और उनके सीटो की संख्या मे वृद्घि।