Manifesto
बुन्देलखण्ड की प्रमुख समस्या पेयजल संकट है जिसे दूर करने के लिए हर गांव में हैन्डपम्पों पर पूरी तरह बैन लगाकर उनके स्थान पर 5000/10000लीटर छमता की टंकी तथा नलकूप (अवश्यकता अनुसार) बनाकर हर घर को पेयजल आपूर्ति की जाएगी।
बुन्देलखण्ड की दूसरी प्रमुख समस्या सिचाई है जिसे दूर करने के लिए नहरों का विस्तार किया जाएगा तथा सोलर नलकूप को बढावा देने के लिए सब्सिडी को बढाया जाएगा। तथा ग्रह और कृषि उपयोग कि बिजली को अलग अलग किया जाएगा
बुन्देलखण्ड की तीसरी सबसे बड़ी समस्या अन्ना प्रथा है जिसे दूर करने के लिए को-आपरेटिव तथा स्वयं सहायता समूहों को बनाकर गाँव स्तर पर व्यावसायिक परक गऊशाला का निर्माण कराया जाएगा जिनमें से गोबर तथा गऊमूत्र खरीदने की व्यावस्था की जाएगी।तथा पहले हर जिले फिर तहसील स्तर पर जैविक खाद निर्माण ईकाइयों की स्थापना की जाएंगी।
बुन्देलखण्ड की बडी समस्या बेरोजगारी है जिसे दूर करने के लिए कृषि परक उद्योग जैसे जैविक खाद निर्माण ईकाइयां, फूड पार्क, जडीबुटी की खेती को बढावा। पढे लिखे छात्रों को खाद, बीज, दवाईयों के बेचने के लाइसेंस तथा कृषि छात्रों को मृदा स्वास्थ्य परीक्षण सेंटर के लाइसेंस जारी कर के स्वालंबी बनने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
ग्राम पंचायतों के विकास के लिए एक वृहद स्मार्ट गांव योजना बनाई जाएगी। तथा विकास की एक स्वस्थ परंपरा पडे इसके लिए आदर्श ग्राम सम्मान पुरस्कार की योजना बनाई जाएगी ।
स्वाच्छता गांव स्तर मे और बढाने के लिए स्वाच्छता सर्वेक्षण गाँवों का भी कराया जाएगा।तथा जिले स्तर पर स्वच्छ गाँवो की सूची जारी कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा ।
सबसे बडी बात राष्ट्रीय मुद्दों मे राष्ट्र की सुरक्षा ही होगा राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सेना और सस्त्र बलों को और मजबूत किया जाएगा।नयी तकनीकों को बल दिया जाएगा।
देश की शिक्षा व्यवस्था को नौकरी पाने वाले से नौकरी देने वालों की ओर परिवर्तित किया जाएगा ।अर्थात व्यवसायिक परक शिक्षा व्यवस्था का निर्माण किया जाएगा