"खुद को देखता हूँ तो लगता है भगवान है, जब नेताओं को देखता हूँ तो लगता है भगवान नही है-- 'एक भारतीय नागरिक'।" हर एक भारतीय की इस पीड़ा को बदलना है। बस यही इक सपना है मेरा इस वतन के लिए । हर खेत को पानी, हर हाथ को काम। हर तन को कपड़ा, हर सर को मकान।हर पेट को रोटी, बाकी सब बात खोटी|