Manifesto
1.Right to Exam :- राइट टू एग्जाम के तहत देश के सभी परीक्षाओं को सरकारी नौकरियों में नि:शुल्क परीक्षा देने का अधिकार होना चाहिए| वैकेंसी 10 या 20 होती है पर लाखों लोग उसका फॉर्म भरते हैं | जिससे सरकार के पास करोड़ों रुपए आ जाते है जब यह वैकेंसी कोर्ट में फंस जाती है तो गरीब जनता के करोड़ों अरबों रुपए सरकार के खजाने में पड़े रह जाते हैं | गांव का गरीब किसान पहले तो अपने बच्चे को किसी तरह पढ़ाता लिखाता है ग्रेजुएट कराता है कुछ गरीब लोग तो अपनी खेती बारी बेचकर के बच्चों को पढ़ाते हैं| सरकार को विभागों के लिए परीक्षा कराने के लिए अलग से फंड की व्यवस्था करनी चाहिए|
2.ग्रेजुएट के लिए फण्ड की व्यवस्था:
सरकार जितने भी ग्रेजुएट किए हैं उन सभी को रोजगार तो नहीं प्रोवाइड कर सकती है सरकार बेरोजगारों को रोजगारी भत्ता देने के लिए बोलती है अभी राहुल ने कहा कि हम गरीबों को ₹6000 महीना देंगे पर इससे देश की गरीबी नहीं दूर होगी इससे तो भारत का ह्यूमन रिसोर्सेज बर्बाद हो जाएगा, निष्क्रिय हो जाएगा, वह काम नहीं करेगा क्योंकि उसको फ्री फंड में पैसा मिलेगा| उनको स्वरोजगार के लिए एक मुफ्त में 3 लाख से 10 लाख दिया जाए जिससे वह स्वरोजगार कर सके| आप 5 करोड़ लोगों को आप मत दो बस 1 करोड़ लोगों को भी दे दिया एक साल में तो दुबारा सरकार को उसे देने की जरूरत नही पड़ेगी और वह कम से कम 2 लागों को रोजगार देगा जिससे 2 करोड़ लोगों को रोजगार मिल जाएगा 1 साल में, फिर अगले साल फिर नए 1 करोड़ लोगों को देंगे और वह फिर 2 लोगो को रोजगार मिलेगा | अगर इन पैसों से कोई दुकान भी खोलता है तो कमसे कम उसके परिवार के 2 लोग तो लग ही जाते है इस्तरीक़े से हम 5 साल में 10 करोड़ लोगों को रोजगार दे देंगे
3. गरीब किसान के लिए निः शुल्क बीज , खाद ,पानी ,बिजली की व्यस्था:-
गरीब किसान के लिए निशुल्क बीज , खाद ,पानी ,बिजली की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए भारत सरकार को कदम उठाने चाहिए क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है और उनके बच्चों को पढ़ने की सुविधा उपलब्ध कराने चाहिए और बहुत कुछ है जो बताएंगे ये मेरी सोच है जिनका काफी अध्ययन किया है और राइट टू एग्जाम के बारे में भी, जिससे एक नई क्रांति आएगी देश मे क्योकि हम सबको रोजगार नही दे सकते पर स्वरोजगार तो दे सकते है आज हम छोटी छोटी चीजे चीन से लेते है हम उसको इंडिया में ही बनाएंगे क्योकि हम युवा देश है और भारत के पास खपत भी है,
धन्यबाद
राकेश पाण्डेय