Manifesto
प्रिय साथियों सबसे पहले तो मैं अपने शहर प्रयागराज को एक स्वच्छ और हरित शहर बनाऊंगा यहां के जागृत लोगों के साथ मिल कर जनचेतना जगा के। इस शहर की आधारभूत ज़रूरतों को पूरा करना जैसे कई मोहल्लों में स्ट्रीट लाइट की दिक्कत है पार्किंग की समस्या है तथा सार्वजनिक शौचालयों की कमी है। पार्कों का सौंदर्यीकरण जिससे कि बड़े बुजुर्गों के बैठने व टहलने के लिए उचित व्यवस्था हो। इस शहर में मेट्रो शुरू करवाना प्राथमिकता होगा। इसके अलावा यहां के सॅटॅलाइट स्टेशन्स को मेन स्टेशन से लगातार कनेक्टिविटी के लिए शटल बस सर्विस की शुरुआत करनी है जिससे कि रात में बड़े बुजुर्गों महिलाओं और विद्यार्थियों को ट्रेन पकड़ने या घर पहुंचने में दिक्कत न हो। स्वास्थ्य सेवा की दृष्टि से इस शहर में AIIMS की बेहद ज़रूरत है क्योंकि अभी इस स्तर का कोई भी अस्पताल नही है। नैनी में बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों को फिर से शुरू करवाना जिससे कि यहां के स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके। यहां एक लॉ विश्वविद्यालय की स्थापना क्योंकि ये शहर उच्च न्यायालय के सटीक निर्णयों की वजह से वैसे भी जग प्रसिद्ध है। इसी के साथ यहां के खेल प्रेमियों के लिए एक विश्वस्तरीय स्टेडियम का निर्माण भी मेरी प्राथमिकता में है।
इन सब के साथ आज जो सबसे ज़्यादा ज़रूरी है वो है महिलाओं की सुरक्षा और उनके प्रति सम्मान। इसके लिए मेरा प्रयास रहेगा कि महिला सुरक्षा से संबंधित एक अलग मंत्रालय बनाया जाए और इसे एक जनांदोलन का रूप देकर इसमें स्थायी रूप से रिटायर्ड शिक्षकों व समाज के गणमान्य व्यक्तियों की 2 साल के लिए नियुक्ति हो जो अलग अलग शहरों के विद्यालयों में बात करके महिला सुरक्षा व सम्मान से संबंधित एक सेमिनार का नियमित रूप से आयोजन करें जिसमे बच्चों को से ही एक दूसरे के प्रति आदर भाव और एक दूसरे की सुरक्षा करने की भावना जागृत किया जा सके। सांस्कृतिक मंत्रालय की तरह इस मंत्रालय के माध्यम से भी केवल और केवल महिला सुरक्षा और सम्मान से संबंधित कार्यक्रम करवाये जाएँ।
उम्मीद है आने वाले 5 सालों के लिए मेरी ये योजना आप सभी को पसंद आएगी और एक बार आप ज़रूर मौका देंगे अपने बीच आ कर अपनी सेवा करने का। धन्यवाद आपका परितोष दुबे