Manifesto
महोदय जी देश की समस्याओं के समाधान के दृष्टिकोण से मेरा मेन्युफेस्टो के बिंदु निम्नलिखित हैं।.. .... .. .. .. .. 1.जनसंख्या नियंत्रण क़ानून:- देश में संसाधन सीमित हैं, छेत्रफल के हिसाब से देश का स्थान सातवां है और जनसंख्या में पहला जो कहीं न कहीं चिंता का विषय है।..... .... .. रंगराजन कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में गरीबों की संख्या 36 करोड़ से भी ज्यादा है यानी देश में हर तीसरा आदमी गरीब है। यह दर्शाता है कि आर्थिक नियोजन के 63 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था किस तरह निर्धनता के दुष्चक्र में फंसी हुई है। अगर जनसंख्या में इसी तरह वृद्धि होती रही तो मकानों की समस्या और जटिल होगी। जनसंख्या में तीव्र वृद्धि के कारण सरकार को बिजली, परिवहन, चिकित्सा, जल-आपूर्ति, भवन निर्माण इत्यादि जनोपयोगी सेवाओं पर अधिक व्यय करना पड़ रहा है जिससे अन्य क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं। दो राय नहीं कि राष्ट्र के विकास में जनसंख्या की महत्ती भूमिका होती है और विश्व के सभी संसाधनों में सर्वाधिक शक्तिशाली तथा सर्वप्रमुख संसाधन मानव संसाधन ही है। **जनसंख्या नियंत्रण कानून से हम अपने देश की जनसंख्या को देश के संसाधनों के हिसाब से निश्चित कर सकेंगे जिसके फलस्वरूप ,देश के नागरिकों की मूलभूत अवश्यताओं को दूरदर्शिता के साथ पूरा किया जा सके जो चहुमुखी विकास का प्रतिमान होगा। . .. ............ 2. देश की रक्षा सुरक्षा के लिए कानून:- देश का हर नागरिक जो सरकार या राजनीति में अपनी सेवा देना चाहता है उसे कम से कम 2 साल देश की सेना के साथ देश की रक्षा के लिए किसी न किसी रूप में देना होगा जिससे देश की रक्षा और सुरक्षा के लिए देश के लोगों में सेवा,समर्पण,सद्भावना का भाव जागृत किया जाएगा । देश की सीमाएं सुनिश्चित करके उनका घेराबंदी की जाएगी जिससे घुस बैठ रोकी जा सके।... ...... .. . 3. शिक्षा से राष्ट्र निर्माण:- शिक्षा देश की रीढ़ होती है । सभी के लिए शिक्षा को सुनश्चित किया जाएगा। शिक्षा से मौलिक ,नैतिक कर्तव्यों के साथ विद्यार्थियों में सृजनात्मक विचारों से तकनीकि रूपांतरण एवं स्वरोजगार सृजन करने के आउटकम निर्धारित किये जायेंगे। . . .... . .................................................... 4.पर्यावरण की रक्षा एवं संसाधनों का सदुपयोग:-. वर्तमान दौर में पर्यावरण असंतुलन की सबसे बड़ी समस्या ग्लोबल वॉर्मिंग है तथा जिसकी वजह से पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है और मानव जीवन के कदम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे समय में अगर हमने पर्यावरण को बचाने के लिए बड़े कदम उठाए जाएंगे। लगभग सभी चीजों की पुनरावृत्ति की जा सकती हैं।ऐसे उत्पादों को विशेष प्रोत्साहित किया जाएगा जिनकी विना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाये जिनकी पुनरावृत्ति की जा सके जैसे कागज , या धातु , इन सभी चीजों को फिर से इस्तेमाल किया जा सकता हैं। सोलर ऊर्जा के प्रयोग करने वालों को टैक्स में छूट दी जाएगी।. सोलर ऊर्जा में विकास के लिए तकनीकि रूपांतरण पर विशेष जोर दिया जाएगा।. पर्यावरण को हानि पहुंचाने वाले पदार्थो का विकल्प खोजने के लिए शोध पर जोर दिया जाएगा।. लोग को जागरूकता लाने के लिए पर्यावरण को पाठ्यक्रम में प्रयोगात्मक रूप में शामिल किया जाएगा। .. कारखानों के आधुनिकीकरण के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा। ...... .................................... ....... ................. 5.ग्रामीण विकास कानून:- गाँव के विकास को सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण विकास कानून।.. क्योंकि देश में लगभग 6.5 लाख गाँव है और 80 प्रतिशत जनसंख्या गाँव में निवास करती हैं। .. गाँव से देश की #GDP को कुल 20 प्रतिशत योगदान मिलता है।गॉंवों में शहर की तुलना में विकास की रफ्तार धीमी में जिस कारण लोग पलायन कर रहे हैं। इस कानून के अंतर्गत गाँव को रोजगार,शिक्षा के विशेष अवसर देने होंगे। जिसके अंतर्गत गाँव में उधोग लगाने वालों को टैक्स में छूट।.... यातायात,सड़क,लाइट,अस्पताल,स्कूल की सुविधाओं के लिए सीधा प्रधानमंत्री के अधीन विकास मंत्रालय जो हर गाँव के विकास के पहलुओं का सीधा मूल्यांकन किया जा सके। और वहां के संसाधनों के बेहतर प्रयोग के लिए लोगों को जागरूक होंगे जिससे गाँव से शहर की ओर पलायन रुकेगा गाँव स्वावलंबी के रास्ते पर चल पड़ेगा।.. 6.भ्रष्टाचार नियंत्रण कानून:- इसके अंतर्गत देश में दो ही चुनाव होने चाहिए लोकसभा एवं विधानसभा जिनका समय निर्धारित होना चाहिए।.. ***किसी योजना को पूरा होने की सार्वजनिक समय सीमा होनीं चाहिए और उसकी गुणवत्ता के लिए जिम्मेदारी निर्धारित करने के लिए 'सोसल फीडबैक टूल' निर्धारित होंगे जो सीधा जन्ता से जुड़ा होगा जिसका फीडबैक सोसल मीडिया पर अंको के साथ होगा। .. .... ......... ............................................................................ 7. संसाधनों पर अधिकार की सीमा:- प्रतिव्यक्ति अपनी आवश्यता के अनुसार कितने संसाधन प्रयोग कर सकता है उसकी निश्चित संख्या होगी। . . .. . ......... ........................................................................................ 8. रोजगार:- मनरेगा योजना का रूपांतरण किया जाएगा,इसका उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर कुटिल,और लघु रोजगार विकसित करना ,रोजगार के कौशल विकसित करना एवं उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाना होगा।. . . . .. ....................................................................................... 9. देश के विशेष नागरिक एवं बुजुर्गों को मूलभूत आवश्यकताएँ दी जाएंगी। . .. . .. . ........ .......................... ............................................................ .. ....10. हर व्यक्ति की सिर्फ एक यूनिक आई डी होगी।.. ...................................................................................... 11. रूपांतरण:- देश के आधुनिकीकरण के लिए दुनियाँ की तकनीक का रूपांतरण एवं शोध किया जाएगा।.. . . ... ........ .... ..... .........................................................................................12. वैदिक योग,आयुर्वेद, विज्ञान को लोगों के स्वास्थ्य ,शिक्षा, स्वरोजगार एवं संस्कृति के छेत्र में विकास के लिए हर स्तर पर आउटकम निर्धारित किये जायेंगे।.... ..... . ... ......................................................................... *13. सभी योजनाओं की स्थति के आँकड़े इंटरनेट पर होंगे जो सभी नागरिकों की पहुँच में होगा।