Manifesto
-: भारतवर्ष :- 1. वर्तमान भारत की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है भारतीय राजनीति में राजनीति है ही नहीं बल्कि गुंडा नीति और लूटमार नीति है। इसके दो मुख्य कारण है * राजनीति का अपराधीकरण :- हमारी राजनीतिक दलों में अच्छे लोग है ही नहींऔर यदि एक दो है तो उतने प्रभाशाली नही है। इस समय ADR और इंडिया टुडे के रिपोर्ट के अनुसार हमारे 34 % सांसद अपराधी है। कुछ पर तो बलात्कार के केस है। यदि हमारे माननीय ही अपराधी हो तो देश में कानून व्यवस्था ठीक कैसे होगा ये सोचने की बात है। * राजनीति का व्यसायिकरण :- सभी राजनीतिक दल आज टिकट बेचती हैं बाँटती नहीं है क्योंकि इन्हें पैसे से प्यार है देश से नहीं। इसमे स्वाभाविक है कि टिकट अमीर और गुंडे ही खरीदेंगे ओर इसी कारण अच्छे और अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को टिकट नही मिलता है परिणाम स्वरूप गरीबी जस का तस बनी हुई है। जब तक ये दो समस्याओं का उपचार नही करेंगे तब तक राजनैतिक पार्टियों में तथा शासन व्यवस्था में पारदर्शिता और जिम्मेदारीपन नही आएगी।इसके लिए देशवासियों को समझदार एवं एकजुटता दिखानी होगी । हमे अच्छे जनप्रतिनिधियों को चुनना होगा और चुनाव आयोग को अच्छे उम्मीदवार देने की व्यवस्था करनी होगी क्योंकि राजनीतिक दलों में सुधार ये नेता नहीं करेंगे हमे ही करना होगा। आज जनता को सदाचार बनना होगा तभी चरित्रवान लोगों को संसद और विधानसभा भेज सकते हैं क्योंकि- - सदाचार से चरित्र में निर्मलता आती है। - चरित्र की निर्मलता से घर परिवार में समरसता आती है। - घर परिवार में समरसता से राष्ट्र में व्यवस्था आती है। - राष्ट्र की व्यवस्था से संसार में गतिशीलता और विकासशीलता आती है। यदि हम सदाचार बनके सदाचारी को चुनेंगे तो वह जनप्रतिनिधि हमारी बात सुनेगा और समस्या का निवारण भी करेगा। इससे हमारी आधी समस्या खत्म हो सकती है जैसे सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा, कानून व्यवस्था ठीक होगी, शासन व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी, भ्रष्टाचार कम होगा, हमारी बात संसद तक पहुचेंगी, जातिवाद की राजनीति समाप्त होगी, किसानों के लिए अच्छी नीति बनेगी, हमे अच्छे विद्यालय और अस्पताल मिलेगा, रोजगार के नई अवसर मिल सकता है। # राइट टू रिकॉल :- यदि हमारा चुना हुआ प्रतिनिधि अच्छा काम न करें तो राइट टू रिकॉल जैसे कानूनी रूपी डंडे की आवश्यकता होगी क्योंकि इससे हमारा प्रतिनिधि हमसे डरेगा और जनता की बात सुनेगा नही तो हम इस कानून से इन्हें हटा सकते हैं और फिर से अच्छे को चुन सकते हैं। आज ये नेता सेवा के नाम हम सब के मालिक बन बैठे हैं। इसलिए राइट टू रिकॉल कानून को जल्द से जल्द अमली जामा पहनाने की आवश्यकता है। 2. आज लगभग सभी सरकारी कंपनियों, संगठनों एवं संवैधानिक संस्थाओं की दयनीय स्थिति है। सबसे पहले इन्हें ठीक करना होगा और विश्वास योग एवं विश्वस्तरीय ( तकनीकी रूप से )बनाना होगा। 3. प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरण संरक्षण की ओर आगे बढ़ना जिससे आने वाले पीढ़ी को अच्छा एवं स्वच्छ पर्यावरण और संसाधन मिल सके।प्राकृतिक आपदाओं से बचाव कार्य एवं रोकथाम के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। आज भारत में जल और वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या है लेकिन अफसोस है कि कोई भी राजनीतिक दल और सरकार इसके बारे बात नही कर रही है। 4. विदेश नीति - भारत की एकटक विदेश नीति नही है। हमे वैश्विक मुद्दों पर राष्ट्रहित से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करनी होगी क्योंकि भारत अंतरास्ट्रीय और विदेशी षडयंत्रो का शिकार होता रहा है। 5. भारतीय संस्कृति को वैश्विक पहचान देना। इसके लिए सबसे पहले भारतवासियों को अपनी ज्ञान परम्परा पर गर्व करना सीखना होगा तभी हम संरक्षित कर पाएंगे तत्पश्चात विस्तार कर सकते हैं। यदि हम भारत को उपरोक्त सभी प्रकार के समस्याओं से निकाल देंगे और देशवासियों को एक सभ्य समाज देंगे तभी महापुरुषों एवं बलिदानियों के सपनो का भारत बन सकता है। मैं आशीष कुमार दो कार्य करूँगा पहला देश की समस्याओं के प्रति जनता को जागरूक करूँगा उसके बाद मिल कर इसका समाधान फिर हम मिलकर भारत का निर्माण करेंगे। जहां ज्ञान, न्याय, शक्ति, एकता एवं समानता हो। जय हिंद।