Manifesto
सामाजिक सहभागिता में किसानों को उनका हक़ मिले, न्याय मिले, आय दोगुनी हो. क्योंकि किसानों की कर्ज माफ़ी के सहारे सत्ता का भोग अब संभव नहीं. और ऐसे दावें करने वाली कोई भी पार्टी किसानों को मजबूत नहीं बल्कि मजबूर बनाने पर आमादा हैं. अगर वाकई किसानों की फिक्र है, तो उनके अनाज का उचित मूल्यांकन किया जाए, और युवाओं को ठगा महसूस न हो इसलिए रोजगार और शिक्षा पर चर्चा हो मंदिर-मस्जिद, अली-बजरंगबली से देश के युवाओं का कभी भला नहीं होने वाला. 1- किसानों के अनाज का उचित मूल्यांकन 2- युवाओं के रोजगार व शिक्षा पर विशेष ध्यान 3- विधवा महिलाओं को 1000 रूपये मासिक पेंशन 4- 2 एकड़ से कम जमीन वाले किसानों को हर छमाही 3 हज़ार की सहायता राशि 5- हर 1 किलोमीटर पर हैंडपंप की व्यवस्था 6- गरीब बालिकाओं की शादी के लिए 20,000 की सहायता राशि 7- हर विधानसभा के टॉपर छात्र-छात्रा को लैपटॉप 8- दसवीं और बारहवीं में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के लिए 50,000 हज़ार की एफडी 9- गरीब कल्याण प्रकोष्ठ का गठन 10- सवर्ण गरीब के बच्चों को शिक्षा में आर्थिक मदद